मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास के गृह नगर जमशेपुर में कई दशकों से सरकारी जमीन पर आवास बना कर रह रहे लोगों की लीज बंदोबस्ती की मांग पूरी होने पर लोगों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया । सरकार की तरफ से विभिन्न बस्ती के लोगों को 30 साल के लिए लीज बंदोबस्ती के माध्यम से गृह स्वामीत्व का अधिकार दिलाने के फैसले के बाद बस्ती विकास समिति द्वारा माननीय मुख्यमंत्री का जोरदार नागरिक अभिनंदन किया गया।
हालांकि अभिनन्दन समारोह के लिए एग्रिको स्थित मैदान में की गई तैयारियां बारिश की भेंट चढ़ गईं लेकिन वहां आये लोगों के उत्साह में कोई कमी नजर नहीं आयी। बारिश की वजह से मुख्यमंत्री के आवास पर ही समिति की तरफ से मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया गया। भारी संख्या में जुटे लोगों ने मुख्यमंत्री के आवास पर जिंदाबाद के नारे लगाए।बारिश के बावजूद लोग मुख्यमंत्री से मिलने के लिए उत्साहित नजर आए। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं से मुख्यमंत्री का आवास और अास पास की सड़क खचाखच भरी हुई थी। समिति के सदस्यों की तरफ से सम्मानित किए जाने के बाद मुख्यमंत्रीजी ने कहा कि आज के लिए मेरे जीवन का सबसे आनंद का दिन है। वर्षों बाद गरीबों को उनका अधिकार मिला। मैंने गरीबों को आश्वस्त किया था कि उनके अधिकारों का जरूरत दिलाएंगे।
आवास पर आए लोगों से मुलाकात कर रहे मुख्यमंत्री ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि वो ऐसा इसलिए कर पाए क्योंकि उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी है। भारतीय जनता पार्टी जो वादा करती वो निभाती है। मेरा लक्ष्य जनता की सेवा करना है। आदिवासी समाज, दलित समाज, अति पिछड़ा समाज और गरीबों की सेवा करना और उनकी चेहरे पर मुस्कुराहट लाना उनकी और उनके सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताया कि 1995 के चुनाव में ही उन्होंने इन बस्तियों में रहने वाली जनता को आश्वस्त किया था उनकी समस्याओं के समाधान के लिए हम संघर्ष करेंगे। जनप्रतिनिधि बनने के बाद बिहार विधानसभा में बस्तियों का मामला उठाना वाला कोई था तो वो भारतीय जनता पार्टी थी।
मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने अपनी सरकार की प्राथमिकताएं बताते हुए कहा कि 2020 तक झारखंड में कोई ऐसा गरीब नहीं रहेगा, जिसके सिर पर छत न हो। प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी ने हर गरीब को मकान देने का सपना देखा है, उसे पूरा करना है। मेरी सरकार इस काम के लिए लगातार तत्पर है। मैं मुख्यमंत्री का पद सुशोभित करने के लिए नहीं बना हूं। मैं जटिल कार्यो और चुनौतियों को पूरा करने के लिए बना हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा 2005 में जब बीजेपी की सरकार बनी थी तो इन बस्तियों को टाटा के लीज से हटाने का काम किया गया था। अब 2014 में जब जनता ने झारखंड में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई तो ये जो वर्षों से अनाधिकृत बस्तियों का दर्जा था उनको अधिकृत करने का काम हमारी सरकार ने किया। 1985 के पहले जो बस्तियों बसी हुई है उनको 30 साल का लीज देने का काम हमारी सरकार ने किया। इन बस्तियों को किसी के वाया नहीं, बल्कि सीधे सरकार लीज दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा बीएसएफ और सेना के जवान के शहीद होने पर भारत सरकार या राज्य सरकार उनके परिजनों को कई सुविधाएं देती है। इसी तर्ज पर अगर झारखंड का कोई भी जवान चाहे वो सीआरपीएफ हो या पैरामिलिट्री हो या झारखंड पुलिस, इनके शहीद होने पर उन्हीं के जिले में 12.5 डिसमील जमीन और 5 एकड़ खेती के लिए जमीन सरकार देगी।
माननीय मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जो गरीब बस्तिायों में रहता है उसको भी सम्मान के साथ जीने का अधिकार है। अगर बस्ती के लोगों को किसी प्रकार की समस्याएं आती हैं तो उसके लिए उनके क्षेत्र में कैंप लगाया जाएगा, ताकि उनकी समस्या का समाधान हो सके।
मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि गरीबों से जुड़ी हर समस्या का समाधान करने के लिए उनकी सरकार कृत्संकल्पित है। इस समृद्ध झारखण्ड से रोटी, कपड़ा, मकान, बिजली की समस्या का खात्मा आने वाले कुछ सालों में हमेशा हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी। सीएम आवास पर बस्ती समिति के सदस्यों के अलावा भारतीय जनता पार्टी के नेता और शहर के कई गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।